फूलों की क्यारी फूलों की क्यारी
है ये देश मेरा जहां की हर बात निराली, आते - जाते दिन-रात का क्या कहना, है ये देश मेरा जहां की हर बात निराली, आते - जाते दिन-रात का क्या कहना...
फूलों की हँसी हमें मुस्कुराना सिखाती है, प्रेम की राह में दिव्य प्रभा दिखाती है, फूलों की हँसी हमें मुस्कुराना सिखाती है, प्रेम की राह में दिव्य प्रभा द...
राधा संग खेले होली। कान्हा की नटखट ठिठोली। गोपियों की छवी निराली। राधा संग खेले होली। कान्हा की नटखट ठिठोली। गोपियों की छवी निराली।
ये मातृभूमि ही है मेरी, पहली और आख़री मोहब्ब्त मेरी ,बेशक। ये मातृभूमि ही है मेरी, पहली और आख़री मोहब्ब्त मेरी ,बेशक।
दी है धरा पर बसंत ने दस्तक खेत खलिहान मुस्कुराने लगे । दी है धरा पर बसंत ने दस्तक खेत खलिहान मुस्कुराने लगे ।